आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में हरियाणा के डीजीपी समेत 14 अफसरों पर एफआईआर
नई दिल्ली। हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के आत्महत्या मामले में प्रदेश के डीजीपी शत्रुजीत कपूर, रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारणिया समेत 14 अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वाई पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में इन अधिकारियों के नाम का जिक्र करते हुए उनपर मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने और जातीय भेदभाव का आरोप लगाया था। मृतक अधिकारी की आईएएस पत्नी अमनीत पी कुमार ने इस मामले में मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप का अनुरोध करते हुए एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की थी।
एफआईआर में अमिताभ ढिल्लों एडीजीपी, संजय कुमार एडीजीपी, पंकज नैन आईजीपी 2007 बैच, कला रामचंद्रन आईपीएस 1994 बैच, संदीप खिरवार आईपीएस 1995 बैच, सिबाश कविराज आईपीएस 1999 बैच, मनोज यादव पूर्व डीजीपी, पीके अग्रवाल पूर्व डीजीपी, टीवीएसएन प्रसाद आईएएस, राजीव अरोड़ा पूर्व एसीएस, कुलविंदर सिंह आईजी मधुवन और माटा रवि किरन एडीजीपी करनाल रेंज का नाम है। एफआईआर दर्ज होने के बाद अब चर्चा है कि डीजीपी समेत अन्य अधिकारियों को छुट्टी पर भेजा जा सकता है। आपको बता दें कि एडीजीपी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित अपने घर के बेसमेंट में खुद को गोली मार ली थी।
जिस वक्त यह घटना हुई पूरन कुमार की पत्नी आईएएस अमनीत पी कुमार सीएम सीएम नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ जापान दौरे पर थीं। पति की मौत की खबर मिलने पर वह बुधवार को भारत लौट आईं। इसके बाद अमनीत ने हरियाणा पुलिस के रवैए पर सवाल उठाते हुए पोस्टमार्टम भी रुकवा दिया। सीएम नायब सिंह सैनी कल ही पीड़ित परिवार से उनके घर जाकर मिले थे और कार्रवाई का आश्वासन दिया था जिसके बाद देर रात अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई। पूरन कुमार ने सुसाइड नोट के अंत में लिखा था, अब और नहीं सह सकता, मुझे इस स्थिति तक पहुंचाने वाले लोग ही मेरी मौत के जिम्मेदार हैं।
