चीन ने यांग्त्ची नदी के मुहाने पर तैनात किए युद्धपोत, क्या ताइवान के साथ जंग की है तैयारी?
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नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच तमाम कोशिशों के बाद भी युद्ध अभी रुक नहीं पाया है, हालांकि इजरायल और हमास के द्वारा डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव पर सहमति के बाद गाजा में शांति की उम्मीद की जा रही है। इस बीच एक और जंग की सुगबुहाट शुरू हो गई है। चीन ने शंघाई में यांग्त्ची नदी के मुहाने पर बड़ी संख्या में युद्धपोत और पनडुब्बियों को तैनात किया है। हालिया सैटेलाइट तस्वीरों से यह बात पता चली है। इसको लेकर ऐसी संभावना जताई जा रही है क्या चीन शंघाई के खिलाफ युद्ध की तैयारी कर रहा है?
दरअसल 6 अक्टूबर 2025 की सैटेलाइट तस्वीरों में यांग्त्ची नदी के मुहाने पर चीनी युद्धपोत और पनडुब्बियां नजर आईं। इन तस्वीरों के आधार पर न्यूज वीक ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि चीन के द्वारा शंघाई में यांग्त्ची नदी के मुहाने पर युद्धपोत तैनात करना कोई साधारण घटना नहीं है। यह चीन का ताइवान पर हमले का संकेत हो सकता है। न्यूज वीक ने यह भी दावा किया है कि चीन और ताइवान की सेनाओं के बीच तनाव चरम पर है। सैटेलाइट तस्वीर में 25 हजार टन का एक ट्रांसपोर्टेशन शिप भी दिख रहा है जो हमले के दौरान लैंडिंग क्राफ्ट, बख्तरबंद वाहनों और सैनिकों को विवादित तट तक ले जाने में सक्षम है।
बता दें कि चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है। जबकि ताइवान एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक देश के रूप में खुद को स्थापित कर चुका है। चीन की सेना बार-बार ताइवान में घुसपैठ करने की कोशिश करती रहती है। अप्रैल 2024 में चीन के 4 लड़ाकू विमानों ने ताइवान के एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन में घुसपैठ करने की कोशिश की थी। ताइवान पर नियंत्रण से पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शित करने की चीन की क्षमता बढ़ेगी। चीन लगातार अपनी सैन्य क्षमताओं का विस्तार कर रहा है। युद्धपोतों और पनडुब्बियों के लिहाज से चीन की नेवी विश्व में सबसे बड़ी है।
