जन सुराज पार्टी में पहली लिस्ट जारी होते ही उठने लगे बगावती सुर, उम्मीदवारों के चयन पर भी सवाल
नई दिल्ली। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 51 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। उम्मीदवारों के नाम के ऐलान के साथ ही जन सुराज पार्टी में बगावती सुर उठने लगे हैं। पार्टी के कई नेता उम्मीदवारों के चयन से खुश नहीं हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो खुद अपनी टिकट के लिए उम्मीद लगाए बैठे थे मगर टिकट न पाकर आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। पूर्व आईएएस अधिकारी आरसीपी सिंह जो कभी नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते थे, उनकी बेटी लता सिंह को आस्थावां सीट से जन सुराज पार्टी ने उम्मीदवार घोषित किया है। इसको लेकर भी पार्टी के कई नेता नाराज हैं। टिकट जारी होने के बाद कई कार्यकर्ताओं ने तो आरसीपी सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
वहीं जन सुराज पार्टी की एक महिला नेता पुष्पा सिंह का कहना है कि सभी पार्टी को छोड़ कर हमने जन सुराज यानी प्रशांत किशोर पर भरोसा किया। जब से उनकी पैदल यात्रा चली है हम उनके साथ चले हैं। अभी तक बनियापुर विधानसभा के मशरक में दूसरे पार्टी के नेताओं के डर से जन सुराज को कोई सपोर्ट नहीं करता था, हमने अपने घर में पार्टी का कार्यालय खुलवाया लेकिन मुझे टिकट नहीं मिला।
उन्होंने कहा, पहले कहा जाता था कि जिसने सबसे ज्यादा मेहनत की है उसे टिकट मिलेगी। लेकिन जिसके नाम की घोषणा की गई है वो मशरक गांव में एक बार भी नहीं आया है। इंसाफ नहीं हुआ है। जब सर्वे से लेकर सभा तक सब मेहनत मैंने की तो किसी और को टिकट दिए जाने का मतलब साफ है कि जातिवाद के आधार पर टिकट दिया गया है। बता दें कि बनियापुर से श्रवण कुमार महतो को टिकट दिया गया है। वहीं आरसीपी सिंह पहले जेडीयू में थे उसके बाद बीजेपी में गए फिर अपनी पार्टी बना ली और अब प्रशांत किशोर के साथ जन सुराज पार्टी का हिस्सा हैं।
