नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 6 नवंबर को पहले दौर की वोटिंग हुई थी। पहले दौर में बिहार की 121 विधानसभा सीट पर वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। 6 नवंबर की वोटिंग में बिहार विधानसभा की सभी सीट पर वोटरों की लंबी कतारें देखी गई थीं। खासकर बिहार की महिलाओं और युवाओं ने जमकर वोट डाला था। अब चुनाव आयोग ने बिहार में 6 नवंबर को पहले दौर की वोटिंग के प्रतिशत का आंकड़ा जारी किया है।
चुनाव आयोग ने बताया है कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले दौर में 65.8 फीसदी वोटरों ने अपने जनप्रतिनिधियों को चुनने के लिए वोट डाला। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए ये रिकॉर्ड वोटिंग है। चुनाव आयोग ने बताया है कि साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से इस बार 7.79 फीसदी ज्यादा वोटिंग हुई है। जबकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार में हुई वोटिंग से भी इस बार के विधानसभा चुनाव के पहले दौर में 8.8 फीसदी ज्यादा वोटिंग हुई। चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले दौर में हुई जबरदस्त वोटिंग को उत्साहजनक बताया है।
बिहार विधानसभा में 243 सीट हैं। बाकी 122 सीट पर 11 नवंबर को दूसरे दौर की वोटिंग होगी। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। चुनाव आयोग ने तय किया है कि अब से पहले सभी पोस्टल बैलट की गिनती पूरी हो जाने के बाद ही ईवीएम में पड़े वोटों की गिनती शुरू की जाएगी। पहले पोस्टल बैलट की गिनती के साथ ही ईवीएम के वोटों की गिनती भी कराई जाती थी। चुनाव आयोग का वोटों की गिनती के बारे में नया नियम और पारदर्शिता लाएगा। बिहार में एक तरफ जेडीयू, बीजेपी, एलजेपी-आर, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का एनडीए गठबंधन है। जबकि, विपक्ष के महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, वामदल, विकासशील इंसान पार्टी शामिल हैं। वहीं, चुनाव रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर की नई पार्टी जन सुराज और एआईएमआईएम भी बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ रही हैं।














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