मुंबई। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में विपक्ष के महागठबंधन की घनघोर हार के बाद महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी में भी टकराव होता दिख रहा है। कांग्रेस ने बीएमसी चुनाव अकेले दम पर लड़ने का एलान किया है। वहीं, महाविकास आघाड़ी में शामिल उद्धव पार्टी की शिवसेना (यूबीटी) ने आरएसएस का नाम लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी की पराजय के बाद भी विपक्ष के गठबंधन में खटपट होने की खबरें आती रही हैं।
उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता आनंद दुबे ने आरएसएस को सामाजिक और सांस्कृतिक संगठन बताते हुए कहा कि ये देश का सम्मानित संगठन है। भले ही हमारी इससे असहमति हो, लेकिन आरएसएस को आतंकी संगठन नहीं माना जाता। उद्धव की पार्टी के नेता ने कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस नेता हुसैन दलवई का दिमाग खराब हो चुका है। आनंद दुबे ने ये भी कहा कि हुसैन दलवई, राशिद अल्वी, दिग्विजय सिंह और मणिशंकर अय्यर लगातार कांग्रेस को खत्म करने का काम कर रहे हैं। इनकी वजह से ही कांग्रेस कमजोर होती है। जिसका खामियाजा महाविकास आघाड़ी को भुगतना होता है।
दरअसल, कांग्रेस के सबसे बड़े नेता माने जाने वाले राहुल गांधी समेत सभी लोग आरएसएस का विरोध करते हैं। कांग्रेस के जिन नेताओं का नाम उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के नेता आनंद दुबे ने लिया है, वे भी आरएसएस के खिलाफ बयानबाजी करते रहे हैं। बीते दिनों ही महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता हुसैन दलवई ने कहा था कि दिल्ली में बम कांड हुआ। 2014 से 26 जगह बम कांड हुआ। दलवई ने कहा कि आरएसएस वालों के कंधे पर लाठी रहती है। हुसैन दलवई ने कहा था कि उनका मानना है कि आरएसएस की विचाराधारा आतंकी जैसी है। हालांकि, हुसैन दलवई ने ये साफ किया था कि उन्होंने दिल्ली बम धमाके में आरएसएस का हाथ होने की बात नहीं कही।
















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