जब तक अशांति, तब तक पाकिस्तान से नहीं होगी कोई बात, जम्मू में अमित शाह की दो टूक
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नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू में बीजेपी के ‘विजय संकल्प’ सम्मेलन में बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अमित शाह ने कहा, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को मैं एक बात कहना चाहता हूं कि कितना भी जोर लगा लो गुर्जर, बकरवाल, पहाड़ियों और दलितों के आरक्षण को हम हाथ नहीं लगाने देंगे। धारा 370 हटने से जम्मू कश्मीर की माताओं-बहनों को अधिकार मिला है। कांग्रेस और इंडी गठबंधन के लोग कहते हैं कि वो पाकिस्तान से बात करेंगे। मैं कहता हूं, जब तक शांति नहीं होगी, पाकिस्तान से कोई बात नहीं होगी। गृहमंत्री ने कहा कि एनसी-कांग्रेस और पीडीपी जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद की आग में धकेलना चाहते हैं। गृहमंत्री ने कहा कि कश्मीर ने दशकों तक आतंकवाद का दंश झेला, मोदी सरकार के 10 वर्षों में आतंकी घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है।
शाह ने कहा कि यह संयोग ही है कि गणेश चतुर्थी के दिन बीजेपी की पहले चुनावी सम्मेलन का शुभारम्भ हुआ है। आने वाला चुनाव ऐतिहासिक है। देश की आजादी के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के लोग तिरंगे के नीचे वोट डालेंगे। पहली बार दो संविधान नहीं भारत के संविधान के नीचे जम्मू-कश्मीर में वोटिंग होने जा रही है। देश में दो प्रधानमंत्री नहीं हो सकते, केवल एक ही प्रधानमंत्री हो सकता है जिसे कश्मीर से कन्याकुमारी तक की जनता चुनती है और वह हैं हमारे पीएम नरेंद्र मोदी।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यहां अफवाह है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस सरकार बनाने जा रही हैं। मैं बहुत छोटी उम्र से चुनावी आंकड़ों का छात्र रहा हूं और मैं आपको यह बता रहा हूं कि जम्मू-कश्मीर में कभी भी कांग्रेस और फारूक अब्दुल्ला की सरकार नहीं बन सकती। शाह ने कहा कि मैंने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के छिपे एजेंडे को उजागर करने के लिए दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।