नई दिल्ली। वाइस एडमिरल आरती सरीन ने आज सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा महानिदेशक का पदभार संभाला। वह त्रि-सेवा सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। इसके साथ ही आरती सरीन भारतीय सशस्त्र बलों में सेवा देने वाली सर्वोच्च रैंकिंग वाली महिला अधिकारी भी बन गई हैं। सरीन को 26 दिसंबर 1985 को सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा में कमीशन दिया गया था। थल सेवा में कैप्टन पद पर रहने के बाद 1989 में उन्हें नौसेना में बतौर सर्जिकल लेफ्टिनेंट नियुक्ति मिली। नौसेना में उन्होंने 2022 तक अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद उनको वायु सेना में एयर मार्शल के पद नियुक्ति मिल गई। इस तरह से वाइस एडमिरल सरीन को थल सेना, नौ सेना और वायु सेना तीनों में सेवा देने का लंबा अनुभव है।
2022 में आरती सरीन ने नौसेना के पुणे स्थित आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेज (एएफएमसी) की कमांडेंट के रूप में पदभार ग्रहण किया था। खास बात यह है कि इसी कॉलेज से उन्होंने अपनी एमबीबीएस स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी। यहां से उन्होंने रेडियोलॉजी में स्नातकोत्तर किया। इसके अलावा डा. सरीन ने मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल अस्पताल से डीएनबी रेडिएशन ओंकोलॉजी में भी डिग्री ली। अमेरिका के पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय से गामा नाइफ सर्जरी में भी डा. सरीन ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
अपनी विशिष्ट सेवाओं के लिए आरती सरीन को 2024 में अति विशिष्ट सेवा पदक और 2021 में विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है। साल 2017 में चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ कमेंडेशन के अतिरिक्त 2013 में जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ कमेंडेशन और साल 2001 में उन्हें चीफ ऑफ द नेवल स्टाफ कमेंडेशन कार्ड के पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। वाइस एडमिरल आरती सरीन का फैमिली बैक ग्राउंड भी सेना से जुड़ा हुआ रहा है। उनके पति सुदीप नायडू लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन हैं और वह नौसेना में रियर एडमिरल रह चुके हैं। आरती के पिता भी नौसेना में थे और द्वितीय विश्व युद्ध और 1971 की जंग में भी शामिल हुए। आरती के भाई राजेश भी नौसेना में तीन पनडुब्बियों और एक फ्रिगेट के कमांडर रह चुके हैं।













