लखनऊ। दिल्ली कार बम धमाके की घटना के बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश के सभी मदरसों के लिए नया आदेश जारी किया है। योगी सरकार ने सभी मदरसों से कहा है कि वे अपने यहां के छात्रों और पढ़ाने वालों की जानकारी यूपी एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (यूपीएटीएस) को दें। यूपी में सुरक्षा ऑडिट के लिए ये आदेश जारी किया गया है। ताकि किसी भी मदरसे में मौजूद संदिग्ध तत्वों की मौजूदगी की जानकारी मिल सके। सूत्रों ने मीडिया को बताया है कि बीते कुछ महीनों में कुछ मदरसों और निजी धार्मिक संस्थानों में बाहरी राज्यों के युवाओं की आवाजाही ज्यादा रही। इसी वजह से एटीएस को मदरसों के छात्रों और पढ़ाने वालों की वेरिफिकेशन का जिम्मा दिया गया है।
योगी आदित्यनाथ सरकार के आदेश के तहत यूपी में सभी मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता वाले मदरसों को अपने यहां के शिक्षकों और धर्म के बारे में जानकारी देने वालों की सभी जानकारी, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड के डिटेल और स्थायी पते के कागजात यूपीएटीएस को देने होंगे। मदरसे में पढ़ने वाले छात्रों के बारे में भी यही सारी जानकारी एटीएस को देना जरूरी किया गया है। यूपी सरकार के सूत्रों ने मीडिया से कहा कि ये कदम किसी संस्था के खिलाफ नहीं है। क्रॉस चेकिंग मजबूत करने के लिए मदरसों संबंधी आदेश सरकार ने दिए हैं। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद यूपी के मदरसों की पहले ही जांच कराई जा चुकी है। मान्यता न होने पर तमाम मदरसों को बंद भी करवाया गया था।
दिल्ली में लाल किला के पास 10 नवंबर 2025 को कार में धमाका हुआ था। इस धमाके के सिलसिले में यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले परवेज अंसारी का भी नाम आया। परवेज अंसारी को भी जैश के आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा होने के शक में गिरफ्तार किया गया है। परवेज अंसारी जैश मॉड्यूल से कथित तौर पर जुड़ी डॉ. शाहीन सईद का भाई है। इसका खुलासा होने के बाद यूपी सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले जम्मू-कश्मीर के छात्रों के बारे में जानकारी जुटाने का आदेश दिया था। यूपी सरकार और उसकी एजेंसियां इस वजह से भी चौकस हैं, क्योंकि दिल्ली तक पहुंचने वाले ज्यादातर रास्ते सूबे से होकर ही जाते हैं।














Leave a Reply