नई दिल्ली। दिल्ली ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार लखनऊ निवासी डॉ. परवेज अंसारी को लेकर अब एक नया खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि डा. परवेज ने आज से लगभग 15 साल पहले 2010 में अयोध्या के अस्पताल में इंटर्नशिप की थी। अब एनआईए की टीम जल्द ही अयोध्या जाएगी और डा. परवेज का वहां क्या लिंक है इसकी पड़ताल करेगी। डा. परवेज अंसारी फरीदाबाद से गिरफ्तार की गई डा. शाहीन का भाई है। वो लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में कार्यरत था लेकिन दिल्ली ब्लास्ट से पहले 7 नवंबर को अचानक उसने अपना इस्तीफा मेल के जरिए भेजा दिया था।
इससे पहले जांच एजेंसी की टीम लखनऊ के कुर्सी रोड स्थित इंटीग्रल यूनिवर्सिटी कैंपस में पहुंची थी। वहां डॉ. परवेज के केबिन से कई अहम दस्तावेज एकत्र किए थे। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी प्रशासन और स्टूडेंट्स से भी डा. परवेज के संबंध में जानकारी जुटाई गई। जांच टीम लगभग एक घंटे तक वहां रही और इस दौरान यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों का ब्योरा भी प्रशासन से मांगा गया। दूसरी तरफ एटीएस की टीम ने लखनऊ के इरा मेडिकल कॉलेज के डॉ. निसार से भी पूछताछ की। डा. निसाल कानपुर के जीवीएसएम मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की है और यहीं पर पहले डा. परवेज की बहन डा. शाहीन बतौर प्रोफेसर कार्यरत रही।
डा. निसार फिलहाल जिस एरा मेडिकल कॉलेज में कार्यरत है वहीं से डा. परवेज ने एमबीबीएस किया था। साल 2004 में परवेज ने एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए इरा मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था। जानकारी के मुताबिक डा. निसार डा. परवेज के संपर्क में था इसी वजह से उससे पूछताछ की गई। इसके अलावा कानपुर मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स और डॉक्टर्स का ब्योरा जुटाया जा रहा है जो डा. परवेज और डा. शाहीन के टच में थे। कश्मीर के रहने वाले कानपुर कार्डियोलॉजी से एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया जा चुका है।
















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