पटना। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने मंगलवार को अपील की कि केंद्र की मोदी और बिहार की नीतीश कुमार सरकार जांच कराए कि क्या उनके माता-पिता का किसी तरह मानसिक उत्पीड़न हुआ है। तेज प्रताप यादव इससे पहले परिवार में मचे घमासान पर बहन रोहिणी आचार्य के पक्ष में खुलकर खड़े हो चुके हैं। छोटे भाई तेजस्वी यादव पर पहले अपमान करने का आरोप लगा चुके तेज प्रताप यादव ने कहा था कि बहन का अपमान करने वालों पर भगवान कृष्ण का सुदर्शन चक्र चलेगा।
तेज प्रताप यादव ने मीडिया से बात करते हुए ये भी कहा कि वो सभी जयचंदों को जमीन में दफ्न कर देंगे। तेज प्रताप यादव पहले भी संजय यादव और रमीज का नाम लिए बगैर उनको जयचंद बताते रहे हैं। तेज प्रताप ने लगातार आरोप लगाया कि जयचंदों की वजह से उनको आरजेडी और परिवार से निकालने का फैसला हुआ। तेज प्रताप यादव ने आरजेडी से निकाले जाने के बाद जनशक्ति जनता दल बनाकर हाल में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में महुआ सीट से ताल ठोकी थी, लेकिन वो यहां से जीतने में नाकाम रहे थे।
इससे पहले लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने तेजस्वी यादव, संजय यादव और रमीज पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया था। रोहिणी आचार्य ने अपने माता-पिता का घर छोड़ दिया और मुंबई में ससुराल चली गईं। पटना एयरपोर्ट पर रोहिणी ने मीडिया से कहा था कि उनको गालियां दी गईं और पीटने के लिए चप्पल उठाई गई। एक्स पर पोस्ट कर रोहिणी आचार्य ने ये भी बताया था कि ये आरोप भी उन पर लगा कि करोड़ों रुपए लेकर पिता लालू यादव को गंदी किडनी लगवा दी। रोहिणी आचार्य सोमवार को फिर मीडिया के सामने आई थीं। रोहिणी ने कहा था कि उनसे बदसलूकी के वक्त लालू यादव, राबड़ी देवी और बहनें रो रही थीं। वहीं, सूत्रों के मुताबिक सोमवार को आरजेडी की समीक्षा बैठक में लालू यादव ने पार्टी के नए चुने गए विधायकों और पदाधिकारियों से कहा कि पार्टी को तेजस्वी यादव ही देखेंगे और आगे ले जाएंगे। उन्होंने ये भी कहा कि परिवार का मसला घर में ही सुलझा लिया जाएगा।
















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