पीएम नरेंद्र मोदी ने कॉन्फ्रेंस टूरिज्म और कॉन्सर्ट इकोनॉमी पर दिया जोर, बताए इसके फायदे
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भुवनेश्वर में ‘उत्कर्ष ओडिशा’ मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम ने कहा, आज, भारत का फोकस है ‘वेट इन इंडिया’, और मंत्र है ‘हील इन इंडिया’, इसके लिए ओडिशा का नेचर और यहां की प्राकृतिक सुंदरता बहुत मददगार है। आज भारत में कॉन्फ्रेंस टूरिज्म की भी अपार संभावनाएं हैं। दिल्ली में भारत मंडपम और यशोभूमि जैसे वेन्यू इसके केंद्र बन गए हैं। भुवनेश्वर में भी बहुत बढ़िया कंवेंशन सेंटर का लाभ मिल सकता है। इसी से जुड़ा एक और नया सेक्टर कॉन्सर्ट इकोनॉमी का है।
नरेंद्र मोदी बोले, जिस देश में म्यूजिक, डांस, स्टोरी टेलिंग की इतनी समृद्ध विरासत है, जहां युवाओं का इतना बड़ा पूल है, जो कंसर्ट का बहुत बड़ा कन्ज्यूमर है वहां कॉन्सर्ट इकोनॉमी के लिए अनेक संभावनाए हैं। आज दुनिया भर के बड़े बड़े कलाकार, आर्टिस्ट भारत की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। कॉन्सर्ट इकोनॉमी से टूरिज्म भी बढ़ता है और बड़ी संख्या में जाब्स भी जेनरेट होती हैं। मोदी बोले, मेरा राज्यों से, प्राइवेट सेक्टर्स से आग्रह है कि कॉन्सर्ट इकोनॉमी के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर और स्किल पर फोकस करें।
पीएम ने कहा, विकसित भारत के निर्माण में ओडिश की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है। ओडिशा के लोग ने समृद्ध ओडिशा के निर्माण के लिए संकल्प लिया है और केंद्र सरकार इस संकल्प को पूरा करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। ओडिशा के प्रति मेरा स्नेह यह बात आप सभी भली-भांति जानते हैं। प्रधानमंत्री के तौर पर ही मैं यहां लगभग तीस बार आ चुका हूं। आजादी के बाद से सभी प्रधानमंत्रियों की तुलना में मैंने सबसे अधिक बार ओडिशा का दौरा किया है। मुझे ओडिशा के सामर्थ्य पर भरोसा है, यहां के लोगों पर भरोसा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, सरकार के प्रयासों के बीच मेरा आपसे कुछ आग्रह भी है। तेजी से बदलती दुनिया में आप ग्लोबल सप्लाई चेन से जुड़ी चुनौतियों को देख रहे हैं। भारत बिखरी हुई सप्लाई चेन और आयात आधारित सप्लाई चेन पर ज्यादा भरोसा नहीं कर सकता। हमें भारत में भी एक सशक्त सप्लाई चेन बनानी है जिस पर वैश्विक उतार चढ़ाव का कम से कम असर पड़े। ये सरकार के साथ साथ इंडस्ट्री का भी बहुत बड़ा दायित्व है इसलिए आप जिस भी क्षेत्र में हैं, उस से जुड़े एमएसएमई को सहायता करें।
मोदी ने कहा, आप सभी दुनिया भर में यात्रा करते हैं और दुनिया भर के लोगों से मिलते हैं। आज, दुनिया भर में भारत को समझने की जिज्ञासा बढ़ रही है, जिसे आप हर जगह अनुभव करते हैं। भारत को समझने के लिए ओडिशा एक आदर्श स्थान है, इसमें हजारों वर्ष की हेरिटेज, विरासत, इतिहास, आध्यात्मिकता, घने जंगल, पहाड़ और महासागर, सबके दर्शन एक ही जगह पर होते हैं।
पीएम बोले, सरकार देश में रिसर्च से जुड़ी एक वाइब्रेंट इकोसिस्टम बना रही है, इसके लिए एक विशेष फंड भी बनाया गया है। इंटर्नशिप और कौशल विकास के लिए एक विशेष पैकेज की भी घोषणा की गई है। भारत का अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र जितना बड़ा और बेहतर होगा, और जितना अधिक युवा कुशल होगा, उतना ही सीधे तौर पर हमारे उद्योगों को लाभ होगा।