नक्सलियों पर सुरक्षाबलों की कार्रवाई से तेलंगाना की बीआरएस को दिक्कत!, पूर्व सीएम की बेटी बोलीं- बातचीत से समस्या खत्म करे केंद्र, यूजर्स ने लगाई फटकार
हैदराबाद। क्या तेलंगाना में पूर्व सीएम के. चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति यानी बीआरएस को नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की कार्रवाई से दिक्कत है! चंद्रशेखर राव की बेटी और बीआरएस की एमएलसी के. कविता का ताजा बयान यही दिखा रहा है। के. कविता ने सोमवार को कहा कि उनके पिता का केंद्र से आग्रह है कि ऑपरेशन कगार को रोककर नक्सलियों से बातचीत की जाए।
तेलंगाना के पूर्व सीएम चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन कगार चला रखा है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी (बीआरएस) का ये मानना है कि नक्सली विचारधारा को सिर्फ बातचीत से खत्म करना चाहिए। नक्सली विचारधारा को ताकत से खत्म नहीं किया जाना चाहिए।
के. कविता ने कहा कि देश को नक्सल समस्या का राजनीतिक समाधान निकालना चाहिए। बीआरएस एमएलसी ने कहा कि वो मानती हैं कि नक्सलियों के खिलाफ केंद्र सरकार को तुरंत सीजफायर घोषित करना चाहिए। चंद्रशेखर राव की बेटी ने आगे कहा कि इसके साथ ही बातचीत के लिए नक्सलियों को न्योता देना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनको काफी भरोसा है कि देश का हर राजनीतिक दल इस मसले पर बीआरएस का समर्थन करेगा।
पहली बार ऐसा है, जब देश के किसी राजनीतिक दल ने कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ केंद्र सरकार कार्रवाई रोक दे। जबकि, तमाम राजनीतिक दल ऐसे हैं जिनके नेताओं की नक्सलियों ने हत्या की है। हाल के दिनों में सुरक्षाबलों ने तमाम नक्सलियों को मौत के घाट उतारा है। जिनमें 1 करोड़ के इनाम वाले नक्सली नेता भी हैं।
सुरक्षाबलों की सख्त कार्रवाई के कारण दर्जनों नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में वापसी भी की है। इसके अलावा दर्जनों नक्सलियों को गिरफ्तार करने में भी सफलता मिली है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एलान किया है कि मार्च 2026 तक देश से नक्सल समस्या बिल्कुल खत्म कर दी जाएगी। ऐसे में के. कविता के ताजा बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी पलटवार किया है। यूजर्स ने कविता के बयान पर किस तरह की प्रतिक्रिया दी, उसे आप ऊपर दिए गए एक्स पोस्ट के रिप्लाई सेक्शन में पढ़ सकते हैं।
