कफ सिरप की बिक्री पर मध्य प्रदेश में लगी रोक, सीएम मोहन यादव की दोषियों को चेतावनी
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नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 9 बच्चों की मौत के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पूरे प्रदेश में Coldrif कफ सिरप की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। सरकार सिरप बनाने वाली कंपनी और उसके सभी उत्पादों की जांच शुरू कर दी है। Sresan फार्मा कंपनी के अन्य उत्पादों की बिक्री पर भी रोक लगाई जा रही है। सीएम मोहन यादव ने कहा, बच्चों की दुखद मृत्यु के बाद स्थानीय स्तर पर कार्रवाई चल रही थी। राज्य स्तर पर भी इस मामले में जांच के लिए टीम बनाई गई है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम ने बताया कि Coldrif सिरप बनाने वाली फैक्ट्री कांचीपुरम में है, इसलिए घटना के संज्ञान में आने के बाद राज्य सरकार ने तमिलनाडु सरकार को जांच के लिए कहा था। आज सुबह जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के आधार पर कड़ा एक्शन लिया गया है। इससे पहले राजस्थान सरकार ने कायसन फार्मा कंपनी की बनाई गई 19 दवाइयों पर रोक लगाई है। आपको बता दें कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीते दिनों 11 बच्चों की मौत पर कफ सिरप को लेकर विवाद गहराया हुआ है। ऐसा कहा जा रहा है कि कप सिरप पीने से बच्चों की किडनी फेल हो गई जिससे उनकी मौत हो गई। इन कफ सिरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) या एथिलीन ग्लाइकॉल (EG) जैसे खतरनाक केमिकल होने की बात कही जा रही है।
हालांकि कल ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि CDSCO (केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन) द्वारा लिए गए कप सिरप के 6 नमूनों की जांच में किसी भी सैंपल की जांच में डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) या एथिलीन ग्लाइकॉल (EG) जैसे खतरनाक केमिकल नहीं मिले हैं जिनको बच्चों की किडनी फेल्यर होने का कारण माना जा रहा है। वहीं मध्य प्रदेश एफडीए द्वारा लिए गए 13 नमूनों में से 3 की जांच की गई और ये भी DEG/EG से मुक्त पाए गए। लेकिन, जब तमिलनाडु एफडीए ने Sresan Pharma से Coldrif सिरप के नमूने लिए, तो इसमें में डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) की मात्रा तय मानक से अधिक पाई गई।
