अमेरिका के विदेश नीति एक्सपर्ट एश्ले टेलिस चीन का जासूस होने के आरोप में गिरफ्तार
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वॉशिंगटन। भारत में जन्मे और अमेरिका के विदेश नीति एक्सपर्ट एश्ले टेलिस को चीन का जासूस होने के आरोप में एफबीआई ने गिरफ्तार किया है। एश्ले टेलिस भारत और दक्षिण एशिया के बारे में बड़े विशेषज्ञ माने जाते हैं। टेलिस पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अमेरिका की सुरक्षा से जुड़ा दस्तावेज अवैध तौर पर रखे, संवेदनशील सामग्री हटाई और 2023 से एश्ले टेलिस चीन के अफसरों और लोगों से गैरकानूनी संपर्क रखे हुए थे।
एश्ले टेलिस 64 साल के हैं। टेलिस ने अमेरिका और भारत के बीच हुए असैन्य परमाणु समझौते संबंधी बातचीत में भी अहम भूमिका निभाई थी। एश्ले टेलिस अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा नीति और एशिया में अमेरिका की विदेश नीति संबंधी मसलों पर बड़े विशेषज्ञ हैं। एश्ले टेलिस अभी टाटा चेयर फॉर स्ट्रैटेजिक अफेयर्स और कार्नेजी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में सीनियर फेलो भी हैं। टेलिस ने भारत में अमेरिका के राजदूत के वरिष्ठ सलाहकार के तौर पर भी काम किया है। एश्ले टेलिस का जन्म मुंबई में हुआ था। उन्होंने मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की। इसके बाद एश्ले टेलिस शिकागो गए और वहां की यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में डॉक्टरेट हुए।
जॉर्ज डब्ल्यू बुश जब अमेरिका के राष्ट्रपति थे, उस वक्त एश्ले टेलिस वहां की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में थे। उनको बुश प्रशासन ने राष्ट्रपति के विशेष सहायक के अलावा दक्षिण-पश्चिम एशिया और रणनीतिक योजना के वरिष्ठ निदेशक का जिम्मा सौंपा था। अब बताया जा रहा है कि जब एफबीआई ने एश्ले टेलिस के वर्जीनिया स्थित घर की तलाशी ली, तो वहां टॉप सीक्रेट और सीक्रेट 1000 से ज्यादा पेज के दस्तावेज मिले। अमेरिका के अभियोजकों ने कोर्ट में ये कहा है कि एश्ले टेलिस ने सरकारी पद का इस्तेमाल कर सितंबर 2024 तक अपने एक सहकर्मी से गोपनीय दस्तावेज प्रिंट कराए। अभियोजन ने ये भी दावा किया है कि एश्ले टेलिस के लिए सहकर्मी ने 25 सितंबर 2024 को अमेरिका की वायु सेना के विमानों की क्षमता बताने वाली सामग्री भी छापी थी।
