बिहार के ओपिनियन पोल में किसकी बन रही सरकार, मुख्यमंत्री के रूप में कौन है जनता की पहली पसंद? जानिए क्या कहता है सर्वे
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नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वोटरों के मन की बात जानने को लेकर कराए गए ओपिनियन पोल में कुछ बहुत ही चौंकाने वाले दावे किए गए हैं। IANS-MATRIZE के ओपिनियन पोल के मुताबिक बिहार में जनता एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू और बीजेपी की सरकार बनाने जा रही है। सर्वे के मुताबिक एनडीए को 150-160 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। वहीं कांग्रेस और जेडीयू समेत अन्य पार्टियों के विपक्ष के महागठबंधन के 70-80 सीटें जीतने की उम्मीद लगाई गई है। वोट प्रतिशत की बात करें तो एनडीए को 49 फीसदी जबकि महागठबंधन को 36 फीसदी और अन्य पार्टियों को 15 फीसदी वोट मिलने की संभावना जताई गई है।
सर्वे में अगर सीटों के बात की जाए तो बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। बीजेपी को 80-85 सीट मिलने का अंदेशा जताया गया है। जबकि बीजेपी की सहयोगी पार्टी नीतीश कुमार की जेडीयू 60-65 सीट जीत सकती है। इसी विपक्ष की प्रमुख पार्टी लालू यादव की आरजेडी को भी 60-65 सीटों का अनुमान लगाया गया है। सबसे बुरी स्थिति कांग्रेस की है जिसके सिर्फ 7-10 सीट पर जीतने की गुंजाइश सर्वे में बताई गई है। एनडीए में शामिल जीतन राम मांझी की हम पार्टी को 3-6 सीट और चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) को 4-6 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है। सर्वे में प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी की स्थिति भी काफी कमजोर है और उसके हिस्से सिर्फ 2-5 सीट का अनुमान लगाया गया है।
ओपिनियन पोल में मुख्यमंत्री के रूप में बिहार की जनता ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर भरोसा जताया है। 42 फीसदी लोग नीतीश कुमार को फिर से बतौर मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं। जबकि सिर्फ 15 फीसदी लोगों ने मुख्यमंत्री की पसंद के लिए तेजस्वी यादव को वोट किया है। 9 फीसदी लोग ऐसे हैं जो प्रशांत किशोर को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं वहीं 8 फीसदी लोग ऐसे भी जिन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में चिराग पासवान को वोट किया है। बता दें कि बिहार में दो चरणों में वोटिंग होनी है। पहले चरण के लिए 6 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मतगणना 14 नवंबर को होगी।
