बिहार में चुनाव प्रचार से राहुल गांधी ने क्यों बना रखी है दूरी? महज इत्तेफाक या कांग्रेस की रणनीति
नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। एनडीए से लेकर विपक्ष के महागठबंधन के बड़े बड़े नेता जोर शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी चुनाव प्रचार में एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। इस बीच राहुल गांधी ने बिहार में चुनाव प्रचार से एकदम दूरी बना रखी है। राहुल ने अभी तक बिहार में एक भी चुनावी जनसभा नहीं की जिसकी वजह से चर्चाओं का बाजार गर्म है। सवाल उठ रहा है कि आखिर राहुल गांधी बिहार में चुनाव प्रचार क्यों नहीं कर रहे हैं?
बिहार में विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले राहुल गांधी ने पूरे जोर शोर से वोटर अधिकार यात्रा निकाली थी। राहुल गांधी 1 सितंबर से बिहार दौरे पर नहीं गए हैं। अब हर कोई यह जानना चाहता है कि राहुल गांधी ऐसे महत्वपूर्ण समय में कहां व्यस्त हैं? हालांकि इसको लेकर लोगों की अलग अलग राय है। कुछ लोगों का मानना है कि राहुल गांधी का बिहार न जाना महज एक संयोग है जबकि कुछ लोग इसे कांग्रेस की रणनीति मान रहे हैं। हिंदुस्तान ने एक कांग्रेस नेता के हवाले से अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है राहुल गांधी का बिहार चुनाव से दूर रहना एक स्ट्रेटजी है।
दरअसल राहुल गांधी जब भी किसी चुनाव में प्रचार करते हैं तो अमूमन वह चुनाव राहुल गांधी बनाम नरेंद्र मोदी हो जाता है। अब चूंकि पीएम मोदी राहुल गांधी से ज्यादा पॉपुलर हैं और उनके प्रशंसकों की संख्या ज्यादा है इसलिए राहुल गांधी को मात खानी पड़ती है। यही कारण है कि कांग्रेस चाहती है कि बिहार चुनाव नीतीश कुमार बनाम तेजस्वी यादव ही रहे। हालांकि इस बात की उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में राहुल गांधी कुछ जनसभा कर सकते हैं मगर उनकी अत्यधिक सक्रियता रहने की उम्मीद कम ही की जा रही है।
