अगले सीजेआई होंगे जस्टिस सूर्यकांत, चीफ जस्टिस बीआर गवई ने की उनके नाम की सिफारिश
नई दिल्ली। देश के अगले चीफ जस्टिस (सीजेआई) के लिए मौजूदा सीजेआई बीआर गवई ने सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जस्टिस सूर्यकांत के नाम की सिफारिश केंद्र सरकार से की है। सीजेआई बीआर गवई के बाद सुप्रीम कोर्ट के जजों की वरिष्ठता क्रम में जस्टिस सूर्यकांत दूसरे नंबर पर हैं। सीजेआई बीआर गवई 23 नवंबर 2025 को रिटायर होंगे। उसके अगले दिन से जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस का पद संभालेंगे।
सुप्रीम कोर्ट में परंपरा यही रही है कि पद छोड़ने से पहले सीजेआई की ओर से दूसरे वरिष्ठतम जज की चीफ जस्टिस पद के लिए सिफारिश की जाती है। नियमों के तहत सीजेआई को ये सिफारिश एक महीने पहले केंद्र सरकार को भेजनी होती है। जिसके बाद केंद्र सरकार नए सीजेआई की नियुक्ति संबंधी फाइल को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजती है। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अधिसूचना जारी कर अगले चीफ जस्टिस की नियुक्ति की जानकारी सार्वजनिक करने का नियम है। जिसके बाद राष्ट्रपति नए सीजेआई को शपथ दिलाते हैं। अब जस्टिस सूर्यकांत को अगले सीजेआई के तौर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शपथ दिलाएंगी।
जस्टिस सूर्यकांत देश के 53वें चीफ जस्टिस होंगे। वो इस पद पर 9 फरवरी 2027 तक रहेंगे। जस्टिस सूर्यकांत ने सुप्रीम कोर्ट का जज पद संभालते हुए कई अहम फैसले दिए हैं। जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने हाल ही में बिहार में एसआईआर कराने के खिलाफ दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई की। जस्टिस सूर्यकांत अपनी सीधी टिप्पणियों के लिए भी पहचाने जाते हैं। उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल की हत्या के बाद उन्होंने याचिका की सुनवाई करते हुए बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के लिए भी उन्होंने कठोर टिप्पणी की थी। सीजेआई बनने के बाद जस्टिस सूर्यकांत को कई अहम केस की सुनवाई करनी पड़ सकती है। इनमें वक्फ कानून और वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद जैसे केस भी शामिल हैं।
