पटना। बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट क्या आरजेडी और कांग्रेस के बीच टकराव की वजह बनने जा रही है? ये सवाल कांग्रेस में शामिल हुए पप्पू यादव की तरफ से दी गई ताजा जानकारी के कारण उठ रहा है। लालू यादव और तेजस्वी यादव की आरजेडी ने पूर्णिया लोकसभा सीट से बीमा भारती को टिकट दिया है। बीमा भारती जेडीयू छोड़कर आरजेडी में आई हैं। वहीं, अब पप्पू यादव के दफ्तर की तरफ से बताया गया है कि कांग्रेस के नेता 2 अप्रैल को पूर्णिया सीट से परचा दाखिल करेंगे। अब सबकी नजर इस पर है कि पप्पू यादव के पूर्णिया लोकसभा सीट से परचा दाखिल करने पर कांग्रेस आलाकमान क्या रुख अपनाता है।
पप्पू यादव ने इससे पहले गुरुवार को कहा था कि वो बिहार में महागठबंधन को मजबूत करने के कांग्रेस नेतृत्व के फैसले का स्वागत करते हैं, लेकिन साथ ही ये भी कहा था कि पूर्णिया में कांग्रेस का झंडा लहराएगा। पप्पू यादव ने ये भी कहा था कि उनका एक ही लक्ष्य है कि बिहार में सभी 40 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस की जीत हो।
वहीं, गुरुवार को ही रात ये खबर आई थी कि तेजस्वी यादव के दिल्ली दौरे के बाद महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर फैसला हो चुका है। इस बंटवारे के तहत कांग्रेस को आरजेडी ने 9 लोकसभा सीटें बिहार में दी हैं। इन 9 लोकसभा सीटों में पूर्णिया का नाम नहीं था। अब पप्पू यादव ने यहां से चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दी है। ऐसे में देखना ये है कि क्या उनके साथ कांग्रेस का नेतृत्व खड़ा होकर आरजेडी से पूर्णिया सीट लेने की मांग मजबूती से रखता है, या पप्पू यादव को आखिरकार मजबूर होकर बीमा भारती को समर्थन देना पड़ता है।
















