नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले की राजनीतिक सरगर्मी धीरे धीरे बढ़ने लगी है। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी दलों के नेता विरोधियों पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इस बीच राजधानी पटना की सड़कों पर जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के खिलाफ कुछ ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं जिनको लेकर विवाद शुरू हो सकता है। इन पोस्टरों में प्रशांत किशोर के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं वहीं उनकी पार्टी के अन्य नेताओं पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पोस्टर में बड़े बड़े अक्षरों में लिखा है चारा चोर से भी बड़ा चोर प्रशांत किशोर। इसमें प्रशांत किशोर की फोटो भी लगी है।
पोस्टर में जनसुराज पार्टी को भ्रष्टाचारियों, अपराधियों और दुराचारियों का गढ़ बताया गया है। आरोप लगाया गया है कि प्रशांत किशोर ने चंदे के नाम पर जनता से 32 करोड़ रुपए ठगे और पाटलीपुत्र कालोनी में जमीन खरीदी। इस पोस्टर में पार्टी के नेता रामबली चंद्रवंशी और किशोर मुन्ना की भी फोटो है। इसमें रामबली चंद्रवंशी को अप्राकृतिक दुराचार का आरोपी बताया गया है जबकि किशोर मुन्ना को अपराधी बताया गया है। हालांकि यह पोस्टर किसके द्वारा लगवाया गया है, उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।
वहीं एक और पोस्टर में प्रशांत किशोर की पीठ पर एक बैग को दिखाया है जिसमें शराब की बोतल है और लिखा है वितरक जनशराबी। पोस्टर में ऊपर लिखा है, मिल गया 20 हजार करोड़ रुपया, शराब से राजस्व का जुगाड़। इस पोस्टर को जनतंत्र मोर्चा (गैर राजनीतिक संगठन) के द्वारा लगवाया गया है। इसमें संजय सिसोदिया नाम के एक शख्स की फोटो और उसके नीचे लिखा है अध्यक्ष, बिहार विशेष राज्य दर्जा अभियान समिति। इन पोस्टरों को लेकर फिलहाल प्रशांत किशोर या उनकी जन सुराज पार्टी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अन्य दलों ने भी इस पर किसी प्रकार का कोई कमेंट नहीं किया है।

















Leave a Reply